वो आखिरी साँसें जिंदगी की पेहली लगने लगती है। वो आखिरी साँसें जिंदगी की पेहली लगने लगती है।
जाने आज कैसी शिकस्त का खुमार है, अरे हाँ ! ये पहली नज़र का प्यार है...। जाने आज कैसी शिकस्त का खुमार है, अरे हाँ ! ये पहली नज़र का प्यार है...।
वीरान होती बस्ती दर बस्ती हो गई जीवन कितनी सस्ती। वीरान होती बस्ती दर बस्ती हो गई जीवन कितनी सस्ती।
ज़िंदगी, इसके बारे में जितनी बातें की जाए उतनी ही कम पड़ती है. क्या कहे क्या नही, ये सोचने में ही उम... ज़िंदगी, इसके बारे में जितनी बातें की जाए उतनी ही कम पड़ती है. क्या कहे क्या नही...
कुछ तो बता ऐ ज़िन्दगी, तू इतनी बेरहम क्यों हो गई। कुछ तो बता ऐ ज़िन्दगी, तू इतनी बेरहम क्यों हो गई।
जीवन के रंग ................. जीवन के रंग .................